(ये फोटो इंटरनेट से ली गई है)
क्या है ये?
माहौल? या मीडिया कल्चर?
सुक्ष्म जीवों की कॉलोनियाँ (Colonies of Microorganisms)
क्या फायदा या नुकसान हो सकता है, ऐसे सुक्ष्म/जीवों को लैब में उगाके या इनका बड़े स्तर पर उत्पादन बढ़ाके? बहुत से सुक्ष्म जीवों के बहुत से फायदे होते हैं। मीडिया कल्चर में पोषक तत्व होते हैं, किसी भी सुक्ष्म जीव को उगाने और बढ़ाने के लिए। ये हमारे रसोई के खाने से लेकर, दवाईयां बनाने की, कपड़े बनाने की, पौधों के लिए खाद, कचरे के समाधान, कुछ मानव या अन्य जीवों की कोशिकाएँ बनाने जैसे उत्पादों के साथ-साथ बहुत सारी फैक्टरीयों या कम्पनिओं में प्रयोग होता है। अलग-अलग जीव के उत्पादन के लिए, अलग-अलग तरह का मीडिया कल्चर होता है।
वैसे तो उत्पादन फायदे या लाभ के लिए ही किया जाता है। मगर, अगर लैब के सावधानी प्रोटोकॉल को ध्यान में ना रखा जाए तो फायदे की बजाए नुकसान भी हो सकता है। कुछ जुर्म परवर्ती के लोग उल्टा प्रयोग भी कर सकते हैं, किसी को नुकसान पहुँचाने के लिए। राजनीतिक कुर्सियों के हेरफेर में जैसे बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ मिलके हो रहा है, दुनियाँ भर में।
मीडिया कल्चर कैसे तैयार किए जाते हैं लैब में और क्यों?
मीडिया कल्चर में वो पोषक तत्व डाले जाते हैं, जो किसी भी जीव के उत्पादन में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके साथ-साथ तापमान कंट्रोल और वक्त अहम भूमिका निभाता है। कितनी देर तक और कैसे मीडिया कल्चर में रखना है, ये भी। उसके साथ-साथ बाहर के इन्फेक्शन से बचाना भी अहम होता है। या कहना चाहिए की बहुत ज्यादा अहम होता है। ये तो थी जानकारी, आम आदमी के लिए। हालाँकि, लैब में काम करने वालों के लिए इसके साथ-साथ और बहुत से मापदंड होते हैं। उनमें से कुछ और आम आदमी को समझने की जरुरत पड़ेगी, अगर सोशल मीडिया कल्चर को सही से समझना है तो। अभी इतना ही काफी है। जहाँ-जहाँ जरुरत पड़ेगी, वहाँ मैं आगे बताती चलूँगी।
सुक्ष्म जीवों या कोशिकाओं की कॉलोनियाँ बनाके, इन्हें सालों deep freeze कर सकते हैं (Frozen State जैसे), आगे experiments में प्रयोग करने के लिए। उसके लिए इन ग्लास प्लेट्स पे तारीख के साथ-साथ उस जीव का नाम और variant वगैरह लिख दिया जाता है। ताकी जब फिर से कभी प्रयोग करना हो तो पहचानने में आसानी हो। जैसे मान लो गेहूँ की कई किस्में हों और उनमें से किसी एक का प्रयोग करना हो, आगे कुछ और बनाने के लिए या जानने के लिए।
लैब कल्चर मीडिया की सोशल कल्चर मीडिया से कैसे तुलना कर सकते हैं?
बहुत कुछ मिलता-जुलता-सा है। जैसे, अगर आप जमाही (Yawning) लेते हैं तो आपके आसपास भी ऐसा अपने आप होता देख सकते हैं। सोचा कभी क्यों होता है ऐसे? ये बहुत ही छोटा-सा उदहारण है। इससे आगे बहुत कुछ होता है। वो बहुत कुछ कैसे किया जा सकता है?
कुछ करने के लिए प्रेरणा या प्रेरित करना (Voluntary or Involuntary?)
ऐसे कौन से तरीके या तकनीकें हो सकती हैं, जो किसी को कुछ करने के लिए प्रेरणा दें या प्रेरित करें? किसी को उकसाना जैसे?
Prompt someone to do something techniques?
Persuasion?
इन सबके जानकार ज्यादा बता पाएंगे शायद। सामने वाले की कमजोरियों और ताकतों को जानकार। कुछ-कुछ SWOT Analysis जैसे। Mass surveillance उससे भी आगे बहुत कुछ कर रहा है। पुरे के पुरे समाज का डाटा स्टोर कर रहा है। भला आम आदमी का डाटा स्टोर करके किसी को क्या मिलेगा? आपका डाटा किसी का पैसा हो सकता है क्या? वो भी बड़ी-बड़ी कंपनियों का? आम आदमी जिसके पास खुद इतना पैसा नहीं होता, भला वो किसी को क्या दे सकता है? और कैसे? मानव रोबॉट घड़ के। जानते हैं अगली पोस्ट में, सोशल इंजीनियरिंग की भुतिया कल्चर के द्वारा।
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