बनाने में व्यस्त हो
या गिराने में,
आप और आपका आसपास?
हो चाहे, जाने में या अन्जाने में
ज़िंदगी उसी दिशा में चलेगी। .
सिखने या सिखाने में व्यस्त हो
कुछ अच्छा या कुछ बुरा ?
अपनों के साथ मिलके काम करने
या करवाने में व्यस्त हो ?
या किसी और के भरोसे छोड़ने में?
कौन, कहाँ और किसके साथ वक़्त बिताता है?
कौन, कहाँ और किसके साथ काम है?
किसके साथ खेलता या खाता-पीता है?
किससे ज्यादातर बात करता है?
अगर वहाँ ज्यादा विरोधाभाष नहीं है
तो ज्यादातर, वहीं का हो रहता है।
खून तुम्हारा है, से फर्क क्या पड़ता है?
जब कोई जुड़ाव इतना कम है
(या शायद कम करवाया जा रहा है) Enforced visibly or invisibly
की वो इंसान, अपनी ज्यादातर जरूरतें
कहीं और से पूरी करता है।
ज़िंदगी की जरूरतें, जहाँ-कहीं से पूरी करता है
उसकी ज़िंदगी भी, वहीं जैसी-सी ही हो रहती है
और लगाव भी वहीं रहता है।
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