लुभावने गाने,
लुभावने नारे,
कितनी ही तरह के
हैं सब कितने प्यारे-प्यारे?
खासकर, जब चुनाव हों?
चुनाव? सच में?
कैसे चुनाव?
किसके चुनाव?
किसके द्वारा हैं, ये चुनाव?
वो जनता जिन्हें सपने दिखाते हो,
ऐसे-ऐसे और कैसे-कैसे?
सच में उनके लिए काम करते हो?
या ये खेल, रेलम-रेल, पेलम-पेल, कुछ और ही है?
Peppy songs,
Catchy slogans
Of different hues
Of different parties
But
What's there for people in these elections? Especially when so many people or parties can do so much better than what they are doing.
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