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Wednesday, April 10, 2024

चुनाव या धंधा-प्रदर्शन, बहिष्कार।

1. On 

2. Off (Experimented) 

3. Over (Experimented) 

4. Control Freak (Elections?) (Experimented, hence prooved?) 

या छलावों और बेहुदगी की सब हदें पार? इनके एक्सपेरिमेंट्स कभी ख़त्म नहीं होते। लोगों की ज़िंदगियाँ ख़त्म हो जाती है।  

ऊप्पर दी गई सीरीज कहीं और, कुछ और भी हो सकती है।  

अगर आपको समझ आए की चुनाओं का मतलब ये है? मानव सभ्यता की सब हदें पार करके भी, लोगों को बेहुदा एक्सपेरिमेंट्स की तरफ धकेलना? तो आप आमजन, क्या ऐसे बेहुदा धंधा-प्रर्दशन का हिस्सा होना चाहेंगे? वो चाहे फिर Remote Controlled EVM हों या बैलट पेपर।  

ऐसे चुनाओं का बहिष्कार करो। वो जो कुर्सियों पर तानाशाह विराजमान हो गए हैं, उनको उनसे उतारने के कोई और रस्ते ढूँढो। वो जो कोई भी पार्टी, ऐसे या वैसे धंधे में शामिल है, उनसे भी मुक्ति के रस्ते तलाशो।   

मुझे जबसे ये बेहुदा धंधा समझ आया है, मैंने तो वोट डालने जाना ही छोड़ दिया। ऐसे बेहुदा धंधों और ऐसे बेहुदा धंधों के माध्यम से, अपने प्रतिनिधि चुनने का वक़्त मेरे पास तो नहीं है। आपके पास है, इतने घटिया धंधे का हिस्सा होने का वक़्त? और फिर ऐसे चुने गए प्रतिनिधियों को झेलने का वक़्त? ऐसे चुनकर आए प्रतिनिधि क्या करेंगे? सिर्फ और सिर्फ तमाशे। ऐसे चुनावों ने पुरे समाज को तमाशाघर बना दिया है। एक ऐसा तमाशा समाज, जो बच्चों को बक्श रहा है ना बुजर्गों को।            

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