कोई सिरा (छोर या किनारा), कहीं से पकड़ो और उधेड़ना शुरू करो :
जाने पहचाने चेहरे? आसपास के इंसान और कुछ सामान, जैसे
Furniture, Assam Ply, A sign, Lala और भी ऐसा ही बहुत कुछ आसपास। वक़्त, हैप्पी (सिंह)? वैसे एक हैप्पी हमारे यहाँ भी है और वो भी असम से। तकरीबन उसी वक़्त यहाँ आई हुई। ये जब मैं माइग्रेशन वाली स्टडीज कर रही थी, तब पता चला। अरे ये छोटा-सा गाँव तो migration और immigration hub है। कौन यहाँ से कहाँ-कहाँ गया/गई या आया/आई। छोटी जगहों को, वो भी थोड़ी जानी-पहचानी जगहों को स्टडी करना आसान होता है।
कहीं Moni तो फिर कहीं Monu
छाप छोड़ना? अपनी तरह की मोहर लगाना?
Prof. Pundir to Prof. Jaiwal to Dr. Arun Sharma labs. उस वक़्त वहाँ की कहानियाँ और किस्से। इसके, उसके, उसके और न जाने कितनों ही के।
नाम में क्या रखा है?
Cooler, Sofa, Study Table और interesting सामान्तर घड़ाई, 16, Type-3 ? मेरी घड़ाई, न की सामान की। सामान का क्या है? इसका, उसका और न जाने किसका और कैसा-कैसा सामान लोगबाग रोकते ही रहते हैं, अजीबोगरीब स्टोरों में, यहाँ-वहाँ। पैसे जैसा-सा हाथ का मैल है। मगर अहम ये है की आप सामने वाले इंसान से पेश कैसे आते हैं? फिर धेला फर्क नहीं पड़ता, की आप प्रधानमंत्री हैं या चौकीदार।
mdu.ac.in
yahoo.com to yahoo.co.in मेरा याहू ईमेल id अपने आप कैसे और कब बदला? या किसने बदला ? .com to .in 2007 या 2008 में? या देश बदलने से भी बदल जाता है?
अजीब लोग हैं। या ये भी automation जैसा कुछ था? AC, MDU?
कोई सलाह कहीं Alpha 2 और Alpha 3 कोड चैक करो। अच्छा जी प्रॉम्प्टर जी। और बहुत से कोड क्यों नहीं? यही क्यों ? मुझे तो ये currency codes और countries flags भी इंटरेस्टिंग लग रहे हैं। अब भारतीय रूपए को ही लो, शुरू में ही रोड़ा है, मतलब R है। अरे इसको भी बदल कर देख लो। क्या पता भारतीय रुपया भी डॉलर के बराबर हो जाय? या शायद एक रूपए में 85 या 90 अमेरिकी डॉलर हो जायें? एक पोस्ट तो बनती है इन वाले कोड्स पे भी। बच्चों के लिए ही सही। हाँ। उससे पहले थोड़ा बहुत और ज्ञान, एक्सपर्ट लोग दे पाएं तो मेहरबानी होगी।
अब AC तो MDU के नाम करना बनता है? उसके साथ और क्या-क्या Combination सही रहेगा? सीढ़ी, wiper, कार टायर pots, blue pot 45 etc? भला आप ऐसा कुछ यूनिवर्सिटी को दान करना चाहें, तो क्या टीचिंग ब्रांच को कोई दिक्कत हो सकती है? ये तो कुछ-कुछ ऐसा ही नहीं है, जैसे कोई झाडु-पोचा जैसा, आलतू-फालतु सामान, पुराने घर में ही छोड़ के चल दें? अमीर लोग तो शायद और भी बहुत कुछ छोड़ देते होंगे? पता नहीं, इसलिए; शायद लिखा है। अब बड़े लोगों जैसे, बड़े-बड़े MUSICAL INTRUMENTS अपने पास तो थे नहीं।
आओ typical संगीतमय या 5-7 वाली घड़ाई करें? कुछ लोग बहुत वक़्त से हैं, इन गुफाओं के हिस्से। एक पोस्ट इसपे भी बनती है।
ये थोड़ा और आगे बढ़ गए? Kinda Funny Bones :) वैसे कभी-कभी इस प्रोफाइल पे अच्छी खासी information भी होती है, और कई ऐसे ही प्रोफाइल्स की तरह। हाँ, ज्यादातर सिर के ऊपर से जाता है या खामखाँ लगता है।
No comments:
Post a Comment