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Friday, August 18, 2023

सिस्टम को समझना जरूरी ही नहीं, बहुत जरूरी है।

सिस्टम को समझना जरूरी ही नहीं बहुत जरूरी है -- खासकर अगर आपको लग रहा है, की आप उस सिस्टम की वजह से भुगत रहे हैं। नहीं लग रहा है और परिस्थितियाँ सही नहीं है, खासकर लम्बे वक़्त से, तब तो और भी ज्यादा जरूरी है। 

सिस्टम को कैसे समझे? चलो आसपास से ही शुरू करते हैं। सिस्टम कोड वाले कोढ़ को समझ आने में वक़्त लग सकता है। मगर आसपास की छोटी-मोटी जानकारी को समझने में उतना वक़्त नहीं लगना। जैसे --

आपके आसपास से कौन-कौन, कहाँ-कहाँ गया है? नौकरी करने या फिर स्थायी रूप से वहीं पे बसने? 

एक शहर से दूसरे शहर? एक राज्य से दूसरे राज्य? या एक देश से दूसरे देश? देखो और समझो, थोड़ा सा ध्यान देकर। ये भी, की कैसी नौकरी और कौन से राज्य या देश और कब (कौन से साल या महीने) ? आपको क्या लगता है, की ये विस्थापन (Migration) अपने आप हुआ है ? या किया हुआ है ? किसका किया हुआ ? 

आपके यहाँ कौन-कौन और कहाँ-कहाँ से आया है ? कोई भी काम करने या ऐसे ही अपने किसी रिस्तेदार के रहने? कैसा काम करने ? उसका नाम, पता क्या है ? कहाँ-कहाँ से होके आया है ? और कब ?अपने आप आया है, या लाया गया है ? कौन लाया है, या लाए हैं ?

आपके आसपास कौन कितना पढ़ा-लिखा है ? कहाँ-कहाँ पढ़ा है ? क्या पढ़ा है और कब पढ़ा है ? कौन-कौन कम पढ़ा-लिखा है या पढ़ा ही नहीं ? ठीक-ठाक, चलते-चलते, अचानक कहीं और मुड़ गया? और ज़िंदगी की दिशा ही बदल गई? 

किस-किस की शादी हो रखी है? कब हुई ? कहाँ और कैसे हुई? कब तक रही ?  किस-किस की नहीं हुई? क्या कारण हो सकते हैं ? किस-किस के कितने बच्चे हैं ? कब हुए ? कहाँ और कैसे हुए ? किस-किस को क्या बीमारी है? कब से है ? कैसे हुई, अगर जानकारी हो तो? कब किसकी मौत हुई? कैसे और कहाँ हुई ? ये सब आप कैसे सिस्टम में रह रहे हैं, उसके बारे में बहुत कुछ बताता है, अगर वो सब पढ़ना और समझना आ गया तो। और काफी हद तक, अपनी और आसपास वालों की ज़िंदगी की दिशा और दशा भी बदल सकता है। 

आपकी जितनी भी ID हैं, वो सरकारी हों या प्राइवेट संस्थानों की, आपको सिस्टम के कोड का (कोढ़ का), हिस्सा बनाती हैं। उनमें हेरफेर मतलब, systematic code wheel पे आपकी दशा और दिशा में बदलाव। जैसे जुए पे रखी, गोटियों में बदलाव या चाल चलना, इस पार्टी द्वारा या उस पार्टी द्वारा। मतलब, हम सब इस सिस्टम की चलती फिरती गोटियाँ हैं। अहम, उन्हें कौन चलता है ? ज्यादातर को तो पता ही नहीं की ऐसा भी कुछ है। मतलब, तुम्हें कोई चल गया, जुए पे रखी गोटी की तरह। और तुम्हें खबर ही नहीं ? मानव रोबोट।  ये चाल किसी एक आदमी पे भी हो सकती है। एक समूह, गाँव या शहर, राज्य या देश या देशों पर भी। धीरे-धीरे जानने की कोशिश करेंगे, इस  systematic code wheel को।  

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