Happy Go Lucky Kinda Stuff! Curious, atheist, lil-bit adventurous, lil-bit rebel, nature lover, sometimes feel like to read and travel.
Writing is drug, minute observer, believe in instinct, in awesome profession/academics.
Love my people and my pets and love to be surrounded by them.
Rather Questions are Experiments and Experiments are Questions ?
क्या है ये, महुआ मोइत्रा के सवाल पे बवाल?
प्रश्नचिन्ह तेरे चरित्र पर?
कल भी थे ?
आज भी हैं ?
और कल भी होंगे ?
सीताओं को वनवास,
दशरथों की कबूलपुर केकैईयों के,
भरतों के ताजों पर
कल भी थे ?
आज भी हैं ?
और कल भी होंगे ?
चीरहरण द्रौपदियों के
दुर्योधन और दुशाषन द्वारा
कल भी थे ?
आज भी हैं ?
और कल भी होंगे ?
कायरों की महान सभाओं में
(eRR अरे इसे सूर्यों, नीडरों, वीरों पढ़े
या राजनीतिक रंगमंच की नौटंकियाँ?)
करण का साथ, मित्र दुर्योधन और दुशाषन को
कल भी था ?
आज भी है ?
और कल भी होगा ?
क्यूँकि?
स्पेशल लिपस्टिक गिफ्ट (जय बजरंगी बाबा)
श्रीमती महुआ मोहत्रा को?
कल भी थे ?
आज भी हैं ?
और कल भी होंगे ?
रावण का ये कमीशन तो, पुराने रामायण के वक़्त से है?
बोलो जय श्री राम?
अब इसका मनीष सिसोदिया के शराब घोटले से क्या लेना-देना?
Heights of Systematic Official Ghotalas?
या Officers Mess ?
किसी के पास ऑफिसियल ID और paasword तक ना हों और शिकायत पे शिकायत हो रही हों, की कोई MDU की ऑफिसियल ऑनलाइन वेबसाइट पे पेपरों का मटेरियल, कैसे अपलोड करे, उसके बगैर? और कोई आपके बैंक खातों तक के login password लिए बैठे हों और खुद ही ऑपरेट कर रहे हों।
(UPloadक्या है ये कोड?
मुझे भी थोड़ा लेट समझ आया। सिस्टम कब-कब और कहाँ-कहाँ और कैसे-कैसे update होता है। या नहीं होता या reverse भी हो सकता है ? जैसे reverse-engineering । इसपे भी कई पोस्ट हो सकती हैं, आने वाली पोस्ट में)
कौन-सी दुनियाँ है?
Heights of criminals?
औरत तेरी औकात,
कल भी --
आदमी के पैर की जूती से ज्यादा न थी ?
और आज भी न है ?
सत्ताओं की निजी प्रॉपर्टी थी तुम,
कल भी थी ?
आज भी हो ?
और कल भी रहोगी ?
तुम्हारे अंग-प्रतंग्यों पर ताले
कल भी राजनीती के थे ?
आज भी राजनीती के हैं ?
और कल भी राजनीती के ही होंगे ?
उन अंग-प्रत्यंगों के ताले,
खोलने के लिए चाबियाँ
कल भी राजनीती बनाती थी
या बदलती थी
या चुराती थी ?
और आज भी,
कुर्सियों की कहानियाँ
उससे थोड़ा इधर हैं, ना उधर हैं ?
महान कबीलों की कहानियाँ ?
(अरे देश बोलना था ना?)
फर्क नहीं पड़ता
वो कबीले कितने अनपढ़ हैं
या पढ़े-लिखे हैं ?
भारत में हैं, अफगानिस्तान, पाकिस्तान
या अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, अफ्रीका
फ्रांस और स्वीडन?
क्यूँकि
तुम्हारी ज़िंदगी के फैसले
कल भी इस महान समाज के मर्द
या महान-मर्दानियाँ लेती थी ?
और आज भी लेती हैं ?
तुम कितना ही पढ़ लो
या कितनी ही डिग्रीयाँ और फरहे रखो
तुम्हारी औकात, घर की चारदीवारी के अंदर
या उससे बाहर, शिक्षा के ऊँचे पायदानों तक
एक नादान बच्चे-सी थी
जिसके सारे फैसले
वहाँ के बड़े-लोग लेते थे
आज भी लेते हैं ?
और कल भी लेंगे ?
प्रेरणा: बड़ा ही रोचक-सा इंटरव्यू सामने आया और ऊपर लिखे शब्द जैसे अपने आप चल निकले।
सिस्टम और मीडिया के कोढ़ को कैसे समझें (decode)
वैसे महुआ मोइत्रा का spell ज्ञान अंग्रेजी का (किसी शब्द को कैसे pronounce करें), कितना मायने रखता है, वो भी भारत में या इंडिया में ? एक अंडी हरियाणवी न्यू बोला, रै अंग्रेजों ने हरयाणवी सिखाओ, बेरा पाट्य pronounce क्यूकर करा करंअ। जैसे रैली पीटना, राजनीती वालों की या राजनीती वालों द्वारा? मीडिया की, या मीडिया वालों द्वारा? आम आदमी की, खुद आम आदमी द्वारा?
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