क्या आप मानव रोबोट हैं? या इंसान हैं?
या इंसान हैं और कई बार या शायद बहुत बार रोबोट की तरह इस्तेमाल हुए हैं या शायद होते ही रहते हैं?
इंसान और रोबोट में फर्क क्या है?
रोबोट पे बाहरी नियंत्रण होता है? उसे सही या गलत का पता नहीं होता। उसे अपना फायदा या नुकसान नहीं पता होता। उसकी सोचने-समझने की क्षमता, अभी इंसान की तरह विकसित नहीं हुयी। उसमें जो योजना फिट की गयी है, वह सिर्फ और सिर्फ वही काम कर सकता है। रोबोट्स, अभी उस योजना को बदल पाने में शक्षम नहीं है। रोबोट्स का शरीर इंसान की तरह हाड-माँस का नहीं है। उसकी ज्ञानेन्द्रियाँ भी इंसान जितनी विकसित नहीं है।
वह अभी इंसान पर नियंत्रण करने लायक़ नहीं हुआ। रोबोट्स पर इंसान का नियंत्रण है। रोबोट्स इंसान की सुविधा के लिए बने हैं। इंसान रोबोट्स की सुविधा के लिए नहीं। और भी कितनी ही तरह की विभिन्ताएँ हो सकती हैं। और सामानताएँ भी।
कहीं-कहीं यूँ नहीं लगता की इंसान कितनी जगह, कितनी ही बार तो रोबोट्स की तरह प्रयोग और दुरूपयोग होते हैं ? हड़ी-माँस का रोबोट जैसे?
और कितनी ही जगह उसे पता ही नहीं होता की ऐसा हो रहा है! और ऐसा बहुत हो रहा है क्यूंकि सिस्टम और राजनीतिक पार्टियाँ ऐसे ही काम कर रही हैं। कैसे ?
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