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Happy Go Lucky Kinda Stuff! Curious, atheist, lil-bit adventurous, lil-bit rebel, nature lover, sometimes feel like to read and travel. Writing is drug, minute observer, believe in instinct, in awesome profession/academics. Love my people and my pets and love to be surrounded by them.

Thursday, July 27, 2023

हेराफेरी (Trickeries)

हेराफेरी 

Trickeries: Setting narratives are like setting news-agendas by different parties media.  

जो दिखता है वो होता नहीं और जो होता है वो दिखता नहीं। मतलब Deceptive Designs, चालबाज़ी।   

अंदर या बाहर (In or Out, Spin offs, step in, step out, checked in, checked out)  

होम मिनिस्टर (कौन से और कैसे देश के?) की भाषा में बोलें तो, घर में घुस कर मारना होगा? ये कैसा होम मिनिस्टर और कैसी भाषा?   

काँटा फेंकना, जाल डालना (Fishing, Bait and Switch)

Out, Kick out खदेड़ बाहर करना? Knock out? Checkmate?

अखाड़ा, दंगल (R in g)  

एक होते हैं राजनीती के चेहरे और मोहरे, और दुसरी तरफ होते हैं असलियत के, हकीकत के इंसान और रिस्ते। ये अंदर और बाहर के कुत्ते-बिल्ली के राजनीतिक खेल, हकीकत के इंसानों और रिस्तों को भी भद्दे से भद्दे रूप में मोहरा बना सकते हैं। 

कोई अच्छे भले इंसानों को कहे की मैं आपको बहनचो, माँचो, या बेटीचो या भतीजीचो या भांजीचो बना सकता हूँ? और आप ऐसा बोलने वाले को, या तो संवाद के काबिल ना समझ आगे निकल लेंगे या शायद ठोक देंगे? 

मगर कोई जाल ऐसे फेंके की आपको खबर भी ना हो, और आपको ऐसा कोई मानव रोबोट बनाने की mind programming शुरू हो चुकी हो? अब वो mind programming कितनी और किस हद तक सफल होगी या कितनी नहीं, ये तो बहुत सी चीज़ों पे निर्भर करता है। खासकर, उस जाल के गुप्त रहने या उजागर हो जाने पर। मगर, अगर आप ऐसे-ऐसे जालों की बारिकियों पर गौर फरमाएंगे, तो शायद संभावनाएं तो बहुत हैं। खासकर, अनभिग और नादान बच्चों के केसों में। कैसी बेहुदा दुनियाँ है ये? और कैसे-कैसे, ऐसे जाले फैलाने वाले लोग?  

मानव रोबोट बनाना सच में इतना आसान है क्या? जानते हैं अगली किसी पोस्ट में।  

क्या कोई आपको मानव, जीवों और निर्जीवों के संसाधनों के दुरूपयोग की तरफ धकेल सकता है? वो भी ऐसे, की आपको खबर भी न हो और वो अपना काम कर जाय?

हवा भरना (Ballooning, Pump and Puncture, Pump and Dump) 

इंदिरा गाँधी, नेहरू, मोदी, ट्रम्प, पुतिन, राजकुमारी, राजकुमार, राजा या रानी हो तुम। फुलने की बजाय, इनके पीछे छिपे राजनीतिक निहित स्वार्थों को समझो। जब वो ये सब कहते हैं, तो किसी कोड की तरफ ईशारा होता है। न की आपको किसी गद्दी पर बैठाने की तरफ। आपके आसपास उन कोडो के मँडराने का मतलब क्या है? उनकी किसी आदत, गुण या अवगुण को आपसे जोड़ना? उसे बढ़ा-चढ़ा, तोड़-मरोड़ कर पेश कर आपको बढ़ाना-चढ़ाना, गिराना, घुमाना या विचलित करना या आगे बढ़ाना?  

जैसे कोई कहे, अर्रे आपका घर तो ताज जैसा है। जैसा है, न की ताज है। अब उस जैसे में कोई झोपड़ पट्टी भी हो सकती है और ठीक-ठाक घर भी। वैसे ही किसी भी हस्ती से आपकी तुलना करना, आसपास भी हो सकता है और आपसे बिलकुल उल्टा भी।   

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