Manifestations and Manipulations
हिंदी में बोलें तो, मैं जो चाहूँ, वो मैं पाऊँ, बस इतना-सा ख़्वाब है।
मतलब, आप जो सोचें वो आपको मिल जाए? क्या ये किसी जादू से संभव है ? या तरीके हैं उसे पाने के? आपको जो चाहिए, उसके अनुसार मेहनत करनी पड़ेगी।
आप जो चाहें, वो पा जाएँ। क्या ये संभव है ? अगर हाँ, तो कितना ? और कैसे ?
एक बच्चे को खिलौना या खाने-पीने की चीज़ें चाहियें। कैसे मिलेंगी ?
एक विद्यार्थी को एक क्लास से दुसरी क्लास जाना है ? कैसे जाएगा ?
एक वयस्क को घर चाहिए, गाड़ी चाहिए, पैसा चाहिए। कैसे मिलेगा ?
ज़्यादातर जानते हैं, इन कैसे का ज़वाब। क्या-क्या करने से मिलेगा।
एक नेता को कुर्शी चाहिए। कैसे मिलेगी ?
एक पार्टी को सत्ता चाहिए। कैसे मिलेगी ?
विपक्ष को सत्ता चाहिए। कैसे मिलेगी ?
एक कुवाँरे को शादी।
एक शादीशुदा को पत्नी या पति से मुक्ति।
दो या तीन को एक ही वस्तु चाहिए। वो कोई भौतिक वस्तु भी हो सकती है। जैसे मकान, धन दौलत आदि। किसी भी तरह का रिस्ता भी हो सकती है।
ज़्यादातर जानते हैं, ये सब कैसे पाया जा सकता है।
लेकिन अगर कोई कहे, मुझे तो सामने वाले को नियंत्रण (control) करना है? अपने वश करना है। या अपने कहे अनुसार चलाना है। वो सामने वाला कोई एक भी हो सकता है या हजारों, लाखों, करोड़ों आम नागरिक भी। कौन चाहता है ऐसा करना? और क्यूँ ? दूसरों पे राज करने की चाहत?
क्या कोई किसी को control कर सकता है? दूर बैठा, आपकी मानसिक या भौतिक स्थिति जानकार, उनमें आपकी जानकारी के बैगर, बदलाव ला सकता है ?
अगर हाँ, तो किस हद तक? और कैसे? क्या आम आदमी को रोबोट्स की तरह रिमोट कंट्रोल किया जा सकता है? अगर हाँ तो कैसे? किस तरह के इंसान, जल्दी काबू में किये जा सकते हैं? और किस तरह के इंसान, टेढ़ी-खीर साबित हो सकते हैं?
अगर ऐसा समाज में हो रहा है, तो कौन हैं वो, जो ये सब कर रहे हैं? और जिनके साथ हो रहा है, उन्हें इसकी कितनी जानकारी है?
क्या-क्या तरीके हैं, ये सब करने के? इसके पीछे विज्ञान है या जादू?
कैसे निपटा जा सकता है, ऐसे दुष्प्रभावों से, और ऐसा करने वाले लोगों से?
Manifestations and Manipulations हिंदी में कहें तो शायद शाम, दाम, दंड, भेद, कुछ-कुछ ऐसा ही है।
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